उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने हाल ही में बिजली बिल भुगतान और बिलिंग प्रक्रियाओं में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिनका उद्देश्य उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करना है।
गलत बिजली बिलों से राहत:
UPPCL ने ओसीआर (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन) बिलिंग सिस्टम लागू किया है, जिसके तहत मीटर की फोटो खींचकर बिल तैयार किया जाएगा। इससे मीटर रीडर द्वारा मनमानी रीडिंग डालने की संभावना कम होगी और उपभोक्ताओं को सही और समय पर बिजली बिल प्राप्त होगा। इसके अलावा, मीटर रीडर के साथ एक संविदाकर्मी भी रहेगा, जो बिल की सटीकता की पुष्टि करेगा。
बकाया बिल भुगतान में लचीलापन:
बकाएदार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए, अब आंशिक भुगतान करने पर भी बिजली नहीं कटेगी। लाइफलाइन उपभोक्ताओं को कुल बकाया का न्यूनतम 10% या 250 रुपये (जो भी अधिक हो) और अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं को 25% या 1000 रुपये (जो भी अधिक हो) जमा करने की सुविधा दी गई है। यदि कनेक्शन काट दिया गया है, तो 25% धनराशि जमा कर पुनः जोड़ने की अनुमति होगी。
बिलिंग प्रक्रिया में सुधार:
बिना रीडिंग के बिल जारी करने की समस्या को समाप्त करने के लिए, अब मीटर रीडर को रीडिंग की वीडियो या फोटो लेनी होगी। इससे उपभोक्ताओं को सही बिल प्राप्त होगा और गलत रीडिंग की शिकायतें कम होंगी。
बिजली दरों में संभावित बदलाव:
UPPCL ने प्रस्ताव दिया है कि ईंधन अधिभार शुल्क (फ्यूल सरचार्ज) को हर दो महीने में संशोधित किया जाए, जिससे बिजली दरों में बदलाव हो सकता है। यह प्रस्ताव अभी विचाराधीन है और उपभोक्ताओं को इस पर निगरानी रखनी चाहिए。
एकमुश्त समाधान योजना:
बिजली उपभोक्ताओं के लिए "एकमुश्त समाधान योजना 2024-25" 15 दिसंबर से 31 जनवरी तक लागू की गई थी, जिसमें विलंबित भुगतान पर सरचार्ज में छूट प्रदान की गई थी। हालांकि, यह योजना अब समाप्त हो चुकी है।
इन परिवर्तनों का उद्देश्य उपभोक्ताओं को सहूलियत प्रदान करना है, लेकिन उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने बिजली बिलों की नियमित जांच करें और समय पर भुगतान करें ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके।
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